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गया नगर निगम अपने ब्रांड एंबेसडर टावर चौक से लेकर शहर के सभी धरोहरों को संवारे- कॉंग्रेस " बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, श्रीकांत शर्मा, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद समद, उज्जवल कुमार आदि ने कहा कि अति प्राचीन, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त, विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना स्थान रखने वाला गया शहर के हृदय स्थल में अवस्थित गया नगर निगम का ब्रांड एंबेसडर राजेंद्र टावर जो पहले घंटा घर के नाम से प्रसिद्ध था, शहर के लोग इसके चारो ओर लगे घड़ी की आवाज से समय जानते थे, वो वर्षों से गायब है तथा उसके पूर्वी भाग के सामने प्रचार् बोर्ड से लगा दिया गया है, तथा इसकी जीर्णोद्धार की भी नितांत आवश्यकता है।
दुसरी ओर चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण का मुख्य द्वार पर लगा गेट का आधा भाग गायब है,तथा उनके प्रतिमा के बगल में पिछे शौचालय बनाने से वहां हमेशा दुर्गंध आते रहता है।
शहर के बीचोंबीच स्थित गया शहर का सबसे प्राचीन ऐतिहासिक आजाद पार्क के मुख्य द्वार पर मूत्रालय होने से लोगों को पार्क के अंदर प्रवेश करते ही, लोग दुर्गंध से परेशान हो कर लौट जाते हैं, वहीं पर देशबंधु चितरंजन दास की प्रतिमा भी है।
गया शहर का सबसे पुराना जवाहर टाउन हॉल सरकारी स्टोर में तब्दील है, तथा उसके बाहर आधुनिक भारत के निर्माता देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा के पास सब्जी विक्रेताओं का समान एवं गंदगी से भरा रहता है।
गया शहर के ऐतिहासिक, गौरवशाली, इतिहास को संजोए गया गांधी मैदान में गया शहर का एक मात्र हरिहर सुब्रह्मण्यम स्टेडियम की स्थिति इतनी जीर्ण-शीर्ण है की इसके बाउंड्रीवाल टूटने, नाली और वर्षा के पानी से भरा रहता है।
गया शहर के अनुग्रहपूरी कॉलोनी स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम भी निगम स्टोर बना हुआ है।होटल गैलेक्सी बोधगया
यही पता है रिशु जी
गया शहर के श्मशान घाट पर अवस्थित दोनों मशीन वाले विद्युत शव दाह गृह खराब रहने, पानी की समुचित व्यवस्था नहीं रहने, के कारण लोग खुले में शव जलाने को मजबूर हैं, वहां पर बने वातानुकूलित हाल भी हमेशा बंद रहता है, जिसे लोग नदी या इधर, उधर बैठ का दाह संस्कार करते हैं।
गया शहर के सभी बायो टॉयलेट नर्क में तब्दील है, ना तो उसकी साफ़ सफाई होती है, नहीं रख रखाव ढंग से होता है।
नेताओ ने नगर विकास एवं आवास मंत्री एवं नगर आयुक्त गया नगर निगम से इन सभी महत्त्वपूर्ण धरोहरों तथा जन सुविधाएं को अविलंब दुरुस्त कराने की मांग किया है।53 वर्ड नंबर नगर निगं कॉर्रुपतिओं में है?
रिपोर्ट
वेदराज
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