एटा। शहर के नामी गिरामी नर्सिंग होम किस तरह फर्जीबाड़ा कर प्रसूत महिलाओं की जिंदगी से खेल रहे है यह खुलासा 22 वर्षीय प्रसूत अनीता की मौत स...
एटा। शहर के नामी गिरामी नर्सिंग होम किस तरह फर्जीबाड़ा कर प्रसूत महिलाओं की जिंदगी से खेल रहे है यह खुलासा 22 वर्षीय प्रसूत अनीता की मौत से समझा जा सकता है।
पिछली 1 सितंबर को जब बागबाला में ब्याही युवा महिला अनीता को प्रसव पीड़ा हुई तो उसका पति गोविंद राठौर निजी गाड़ी करके अरुणा नगर के शाक्य नर्सिंग होम पहुंच जहां मौजूद स्टाफ ने तुरंत ऑपरेशन की हिदायत दी जिस पर उसके पति एवं प्रसूता की माँ ने सहमति दे दी। नर्सिंग होम की ओटी में शिफ्ट कर ऑपरेशन कर दिया जिसमें अनिता ने एक पुत्र को जन्म दिया। उक्त नर्सिंग होम में मौजूद रही अनिता की मां मंजू लता सिंह राठौर निवासी लालूपुर तहसील पटियाली ने बताया कि ऑपरेशन के तुरंत बाद बेटी अनिता हाथ। पांव पटकने लगी जिस परिवारीजनों को खून के प्रबंध करने के लिये भेज दिया उसी हालत में प्रसूता अनिता को एम्बुलेंस बुला कर आगरा भेजने के लिये रेपरल स्लिप पकड़ा दी।
प्रसूता की माँ एवं पति के अनुसार अनिता की हालत ऑपरेशन थियेटर में बिगड़ने लगी थी परंतु नर्सिंग होम के संचालक और स्टाफ परिवारीजनों को खून के इंतजाम करने की बात कह कर गुमराह कर रहे थे। जबकि अनिता आपरेशन के तुरंत बाद मर चुकी थी। नर्सिंग होम का स्टाफ इमरजेंसी का दिखावा कर जल्द प्रसूता को हटाने रैपर करने का नाटक कर रहा था। ऐसी हालत में खून की बोतल एवं ड्रिप लगा दी गई। जबकि अनिता की मौत हो चुकी थी।
अचरज की बात तो यह है नर्सिंग होम ने अपने संस्थान का कोई दस्तावेज नही दिया अपितु आगरा के जयदेवी हॉस्पिटल के पर्चे पर रैपर टू लिखा जिस पर कहीं भी भेजने बाले अस्पताल का जिक्र नही है। साफ़ समझा जा सकता है प्रसूताओं के ऑपरेशन करने बाले अस्पताल किस तरह दस्तावेजी फर्जी
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