विभावि का दसवां दीक्षांत समारोह का हुआ भव्य आयोजन झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति ने एक डिलीट उपाधि के अतिरिक्त 116 टॉपरो को स्वर्ण पदक और ...
विभावि का दसवां दीक्षांत समारोह का हुआ भव्य आयोजन
झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति ने एक डिलीट उपाधि के अतिरिक्त 116 टॉपरो को स्वर्ण पदक और उपाधि दिए
कुलपति ने प्रदान किया 230 पीएचडी की उपाधि
हजारीबाग झारखंड
विनोबा भावे विश्वविद्यालय का दसवां दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन स्वामी विवेकानंद सभागार में मंगलवार को किया गया। झारखंड के राज्यपाल सह झारखंड के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री संतोष कुमार गंगवार बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को सुशोभित किए। अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर चंद्र भूषण शर्मा ने किया। पूर्वाहन 11:30 को कुलाधिपति के विश्वविद्यालय परिसर में आगमन के बाद सबसे पहले आचार्य विनोबा भावे की प्रतिमा पर पुष्पार्पण का कार्यक्रम किया गया। विवेकानंद सभागार के सामने कुलाधिपति तथा कुलपति के साथ शैक्षणिक शोभायात्रा के सदस्यों का ग्रुप फोटोग्राफी किया गया। इसके बाद भव्य शैक्षणिक शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इसमें सबसे पहले विश्वविद्यालय के कुलसचिव, उसके बाद कुलाधिपति, उसके बाद कुलपति और उसके बाद विश्वविद्यालय के अधिषद, अभिषद और विद्वत परिषद के सदस्य शोभायात्रा की शक्ल में स्वामी विवेकानंद सभागार में प्रवेश किए। इस समय झारखंड पुलिस अकादमी के शानदार ब्रास बैंड ने आकर्षक धुन बजाकर समा बांधा।

विवेकानंद सभागार में पहुंचने के बाद राष्ट्रगान तथा कुलगीत की प्रस्तुति हुई। इसके बाद दीक्षांत समारोह के प्रोटोकॉल के अनुसार सभी संकाय के अध्यक्ष अपने-अपने संकाय के विद्यार्थियों को डिग्री दिए जाने से संबंधित आग्रह कुलाधिपति के समक्ष समर्पित किया। कुलाधिपति ने सभी को उपाधि दिए जाने की अनुमति दी। कुलपति ने सभी उपाधि प्राप्तकर्ताओं को शपथ दिलाया। इसके बाद कुलाधिपति ने सबसे पहले डिलीट उपाधि धारक एक विद्यार्थी को उपाधि प्रदान किया। उसके बाद समाज विज्ञान, शिक्षा शास्त्र, मानवीकी तथा विधि संकाय के पिछले तीन वर्ष के टॉपरो को स्वर्ण पदक तथा उपाधि कुलाधिपति द्वारा प्रदान किए गए।इसके बाद कुलपति ने सभा को संबोधित किया। कुलपति के संबोधन के उपरांत विज्ञान तथा वाणिज्य संकाय के पिछले तीन वर्ष के टॉपरो को स्वर्ण पदक तथा उपाधि कुलाधिपति के द्वारा दिया गया। इसके बाद झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति श्री संतोष कुमार गंगवार ने अपना दीक्षांत अभिभाषण प्रस्तुत किया। आपने अभीभाषण के उपरांत उन्होंने शेष उपाधि दिए जाने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति को अधिग्रहित किया। राष्ट्रगान की प्रस्तुति के उपरांत कुलाधिपति रांची के लिए प्रस्थान किए। कुलाधिपति के प्रस्थान के बाद कुलपति के द्वारा सभी पीएचडी में सफल हुए विद्यार्थियों को उपाधि दिया गया। इस प्रकार दसवें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति द्वारा 117 विद्यार्थियों को तथा कुलपति के द्वारा 230 विद्यार्थियों को, अर्थात कुल 347 विद्यार्थियों को उपाधि दिए गए। इसके बाद शोभायात्रा की वापसी का आयोजन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की गई।
ब्यूरो रिपोर्ट हजारीबाग
Ashok Banty Raj - 9835533100
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