FALSE

Grid

GRID_STYLE
FALSE
TRUE

Breaking News

latest

आरोग्यम अस्पताल में जन्मजात कटे होंठ का सफल ऑपरेशन

आरोग्यम अस्पताल में जन्मजात कटे होंठ का सफल ऑपरेशन 11 माह लकी कुमार को मिला नया जीवन, माता-पिता की आंखों में उमंग की चमक हमारा लक्ष्य सिर्फ ...

आरोग्यम अस्पताल में जन्मजात कटे होंठ का सफल ऑपरेशन


11 माह लकी कुमार को मिला नया जीवन, माता-पिता की आंखों में उमंग की चमक


हमारा लक्ष्य सिर्फ इलाज नहीं, ज़रूरतमंदों को नई ज़िंदगी और मुस्कान देना है। आरोग्यम अस्पताल हर पीड़ित परिवार की आशा बनकर खड़ा रहेगा :– हर्ष अजमेरा


हजारीबाग


हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड अंतर्गत बनासो गांव निवासी लकी कुमार, उम्र 11 माह जन्म से ही कटे हुए होंठ की समस्या से पीड़ित था। यह विकृति न केवल शारीरिक पीड़ा देती है, बल्कि मानसिक और सामाजिक जीवन को भी प्रभावित करती है। लकी अपने मित्रों के साथ खुलकर हँस नहीं पाता था, स्कूल में उसका मजाक उड़ाया जाता था, और पारिवारिक आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर होने के कारण इस जन्मजात बीमारी का समुचित इलाज संभव नहीं हो पा रहा था। ऐसी स्थिति में आरोग्यम हॉस्पिटल, हजारीबाग ने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लकी का संपूर्ण इलाज निःशुल्क करने का बीड़ा उठाया। इस योजना के तहत सभी प्रकार की जाँच, ऑपरेशन, दवा, अस्पताल में रहने और देखरेख की संपूर्ण व्यवस्था की गई।

प्रसिद्ध चिकित्सा डॉ. अमित कुमार ने अत्यंत सूक्ष्म तकनीक और विशेषज्ञता के साथ इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संपन्न किया। ऑपरेशन के पश्चात लकी की स्थिति लगातार बेहतर होती गई और 10 दिनों के भीतर टांके काट दिए गए। अब लकी पूरी तरह से स्वस्थ है और सामान्य बच्चों की तरह अपने मित्रों के साथ खेल-कूद रहा है।

लकी के माता-पिता ने जब अपने बच्चे को मुस्कराते हुए देखा तो उनकी आंखें नम हो गईं। 11 माह से जो दर्द और पीड़ा उनके चेहरे पर झलकती थी, वह अब खुशी और संतोष में बदल चुकी है। अस्पताल प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि अगर आरोग्यम अस्पताल और आयुष्मान योजना नहीं होती, तो वे कभी भी इस महंगे इलाज को नहीं करवा पाते। आरोग्यम अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा एवं चिकित्सा टीम ने इसे एक सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में लिया और बच्चे को न केवल नया चेहरा, बल्कि एक नया आत्मविश्वास और जीवन की नई दिशा दी।


निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा की हमारा उद्देश्य केवल इलाज करना नहीं, बल्कि उम्मीद देना है उन परिवारों को, जो संसाधनों के अभाव में अपने बच्चों का इलाज नहीं करवा पाते। लकी कुमार का मामला हमारे लिए एक मिशन जैसा था। जब हमने उसकी आँखों में मुस्कराहट और उसके माता-पिता के चेहरे पर संतोष देखा, तो महसूस हुआ कि आरोग्यम अस्पताल की स्थापना का उद्देश्य पूर्ण हो रहा है। हम आयुष्मान भारत योजना जैसी जनहितकारी योजनाओं के माध्यम से ज़रूरतमंदों तक उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएँ पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आने वाले समय में भी हम समाज के हर वर्ग तक सुलभ, सशक्त और संवेदनशील स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने का प्रयास जारी रखेंगे।

डॉक्टर अमित कुमार ने बताया की जब एक बच्चा मुस्कान के अधिकार से वंचित होता है, तो वह सिर्फ चेहरा ही नहीं, आत्मविश्वास भी खो देता है। लकी के चेहरे पर जब पहली बार ऑपरेशन के बाद मुस्कान लौटी, तो हमें लगा कि हमने सिर्फ एक शल्यक्रिया नहीं की, बल्कि एक जीवन को नया आकार दिया है। हमारा उद्देश्य केवल इलाज करना नहीं, बल्कि ऐसे बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना भी है। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से हम हर जरूरतमंद तक यह सेवा पहुँचाना चाहते हैं। आरोग्यम अस्पताल हमेशा मानवता को सर्वोपरि मानता है और यही हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा है।

ब्यूरो रिपोर्ट हजारीबाग

Ashok Banty Raj - 9835533100

No comments


अपना विज्ञापन बॉक्स लगवाएं

       

close