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प्रयागराज धार्मिक राजधानी क्षेत्र प्रयागराज को घोषित करने की किया मांगNews

  धार्मिक राजधानी क्षेत्र प्रयागराज को घोषित करने की किया मांग. प्रयागराज 25 फरवरी, 2025।समाजसेवी दिनेश तिवारी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,क...


 धार्मिक राजधानी क्षेत्र प्रयागराज को घोषित करने की किया मांग.

प्रयागराज 25 फरवरी, 2025।समाजसेवी दिनेश तिवारी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री,मुख्यमंत्री योगी, राज्यपाल, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, प्रयागराज को रजिस्टर्ड व मेल कर भारत की धार्मिक राजधानी क्षेत्र तीर्थराज प्रयागराज को घोषित करने की किया मांग। 
            मीडिया दिनेश तिवारी ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित पत्र में लिखा कि आपने भी मां गंगा का आशीर्वाद 144वें वर्ष पर पौराणिक नगर प्रयागराज में पधार कर लिया हैं। आपने स्वयं संगम में अमृत स्नान का अदभुद जीवन का पल महसूस किया हैं। कल्पवास, आध्यात्मिक, साधना, तप, प्रवचन, यज्ञ भूमि पर आपके अगुवाई में प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन संस्कृति को देश की आजादी के बाद पहली सरकार ने सनातन नगरी में दिव्य व भव्य आयोजन का सफलता पूर्वक किया हैं।आपके व प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के 2047 तक विकसित भारत के परिकल्पना को साकार करने का श्रेष्ठ कदम हैं कि 45 दिनों में महाकुंभ नगरी प्रयागराज में लगभग 70 करोड़ भारतवासियों का डुबकी, आवागमन व प्रवास की ऐतिहासिकता व पौराणिक आस्था व एकता के संगम को देखते हुए भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार से मांग किया हैं कि जिला प्रयागराज को भारत की धार्मिक राजधानी क्षेत्र घोषित करके तीर्थराज प्रयागराज का विकास व्यापक स्तर पर करना चाहिए।जिससे आने वाले दिनों में करोड़ों श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना न करना पड़े। प्रयागराज में रहने वाले निवासियों को भी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। स्कूल, विद्यालय, कालेज, सरकारी कार्यालय,उच्च न्यायालय, एजी कार्यालय तथा विश्वविद्यालय में अध्ययनरत तथा शादी विवाह,गंभीर बीमारियों का इलाज इत्यादि कार्य व शिक्षण प्रभावित न हो। दिनेश तिवारी ने लिखकर बताया कि भारत के संपूर्ण तीर्थ के राजा प्रयागराज हैं। जहाँ संसार में यज्ञ की प्रथम भूमि माना जाता हैं और महर्षि भरद्वाज की तपोभूमि व शिक्षा का केंद्र रहा हैं,तथा राजा हर्षवर्धन का दान क्षेत्र रहा हैं।भारत का सबसे बड़ा हाईकोर्ट हैं।अब निश्चित तौर से विश्व का सबसे बड़ा पर्यटन एवं अध्यात्म क्षेत्र बन गया है, जहाँ पर मुझे लोगों के आस्था व समर्पण देखते हुए विश्वास हैं कि प्रतिदिन भारत का हर सनातनी आकर मां गंगा में डुबकी और आशीर्वाद लेने का कार्य अनवरत चलता रहेगा। अपार जनसमूह को देखते हुए प्रयागराज के 60 किमी की परिधि से ही यातायात प्रबंधन प्रवेश, निकास, ट्रामा सेंटर व अस्पताल, शौचालय, स्वच्छता, पार्किंग, होटल, शटल बस आदि पर प्रयागराज मेला प्राधिकरण को स्थायी कार्ययोजना बनाने का बल प्रतीत होता हैं।
             उन्होंने आग्रह किया कि भारतवासियों के आस्था व समर्पण देखते हुए जिला प्रयागराज को भारत की धार्मिक राजधानी क्षेत्र घोषित करके तीर्थराज प्रयागराज का विकास व्यापक स्तर विकास कराने की मांग किया।जिससे आने वाले समय में भी सनातन संस्कृति के लोग गौरवान्वित महसूस करते हुए निर्भीक रहकर मां गंगा का आशीर्वाद लेते रहें।

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Vijay Kumar Mishra

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