भोगांवआर्यसमाज मंदिर में चल रहे तीन दिवसीय संगीतमय वेद कथा का समापन हो गया। दूर दराज से आए विद्वानों को कार्यक्रम संयोजक द्वारा प्रतीक चिन्...
भोगांवआर्यसमाज मंदिर में चल रहे तीन दिवसीय संगीतमय वेद कथा का समापन हो गया। दूर दराज से आए विद्वानों को कार्यक्रम संयोजक द्वारा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।l आर्य समाज मंदिर में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वी जयंती पर चल रहे वेद कथा के अंतिम दिन लोगों ने भारी संख्या में पहुंचकर धर्म लाभ कमाया।कार्यक्रम के अंतिम दिन बदायूं से आए आचार्य संजीव रूप आर्य ने कहा कि आजादी में 80% से अधिक आर्य समाज से प्रभावित क्रांतिकारियों का योगदान रहा है। आचार्य राजेश आर्य ने कहा कि ईर्ष्या और निंदा व्यक्ति के मन में नकारात्मक विचारों का आगमन करते हैं।आर्य समाज के सिद्धांत आज के दौर में भी सर्वश्रेष्ठ है।आर्य समाज के सिद्धांतों से गौरवशाली संस्कृति विरासत को संरक्षित किया जा सकता है। मुख्य अतिथि के रूप में चेयर मैन प्रतिनिधि आशीष तिवारी ने कार्यक्रम संयोजक विष्णु मित्र के साथ विद्वानों को महर्षि दयानंद का चित्र तथा सत्यार्थ प्रकाश देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अवधेश राठौर,रणजीत सिंह ,राजेश कुमार, डा आशा सक्सेना,चंद्रप्रभा मिश्रा,योगेश चौहान,विजयकांत ,राज वीर सिंह, डा मनोज दीक्षित,शिवशंकर वर्मा,राजीव वर्मा,अवधेश यादव,आचार्य वीरेंद्र नवीन सक्सेना,संजय सैनी आदि लोग मौजूद रहे।
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Pradeep Saini
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