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डॉ. प्रेम कुमार, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग News

  डॉ. प्रेम कुमार, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार द्वारा ब्रह्म वन अंतर्गत वन प्रमंडल में 6.4 करोड़ की लागत से 6 पार्को के अंत...

 

डॉ. प्रेम कुमार, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार द्वारा ब्रह्म वन अंतर्गत वन प्रमंडल में 6.4 करोड़ की लागत से 6 पार्को के अंतर्गत वन प्रमंडल का आयोजन किया गया। सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य का सारांश, 3.2 करोड़ की लागत से कुल 4 स्थानों पर समापन एवं भू जल संरक्षण कार्य, सांस्कृतिक एवं जनजाति समूह के लोगों का उत्साह कुल 5.5 करोड़ की राशि से वर्ष के पत्तो से प्लेट बनाने की मशीन, सोया लाइट, चेक बांध, अगरबत्ती बनाने की मशीन, औबंटरी मशीन, ऑनलाइन फुल से प्लास्टिक बनाने की मशीन, सीया मशीन, बौद्ध शिक्षा से संबंधित मशीन, प्रशिक्षण आदि से संबंधित लाइसेंस का शिलान्यास किया गया।
इस दौरान पर्यटन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने कहा कि जिलों में बारिश की कमी के कारण पर्यावरण और गंभीर रूप से नुकसान हो रहा है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए हम लोग मिलकर काम करेंगे। इस वित्त वर्ष में वन भूमि के नीचे लगभग 9 लाख पौधे लगाए गए, विभिन्न पथों पर कुल 16700 बांस गैबियन, शहरी क्षेत्र में कुल 10000 पौधे लगाए गए, 4.64 लाख पौधे लगाए गए। जीविका दीदियों में वितरण, 7 लाख उपकरण लैब्स के द्वारा, 36000 रिज़ॉल्वर के फ्रिंज विलेज में वितरण, 80 हजार उपकरण विभिन्न अलगाव, शिक्षा, पैरामिलिट्री फोर्सेस सहित कुल 24 लाख उपकरण दिए गए हैं। गया और जहानाबाद जिले के चार पर्वत (ब्रह्मयोनि, प्रेतशिला, रामशिला और ढुंगेश्वरी) और जहानाबाद के एक पहाड़ (बराबर) पर एक लाख सीड बॉल भी फेंके गए हैं। एक सूखा प्रभावित जिला है, यहां गारलैंड ट्रेंच का निर्माण और भू-जल संरक्षण कार्य के कार्यकर्ता जा रहे हैं।
 वन क्षेत्र के डुंगेश्वरी और ब्रम्हयोनी वन समिति और बाराचट्टी वन क्षेत्र के बाराचट्टी ब्लॉक से वनक्षेत्रों के प्रमुख निवास वालें सार्वभौम जाति और जनजाति ब्लॉक को वन विभाग द्वारा नियुक्त किया गया था। ग्रुप के आये लोगों से संवाद। पर्यावरण, वन एवं वन जीवों की स्थिति और बेहतर करने के साथ-साथ वनक्षेत्रों के निकटवर्ती निवास वालें जाति एवं जनजाति समूह के लोगों के लिए उद्वेलित सुझाव दिये गये।
 वनक्षेत्रों के सीमांत निवास वालें चट्टानी जाति एवं जनजाति समूह के लोगों द्वारा असिंचित क्षेत्रों में स्थित वन क्षेत्रों में गारलैंड ट्रेंच का निर्माण, प्रशिक्षण युक्तियाँ वनपथ का निर्माण, चंदन की खेती का प्रशिक्षण, पत्तल बनाने की मशीन आदि उपलब्ध की सिफारिश की गई जिससे उनलोगो का व्यक्तित्व बेहतर हो सकता है।
 इस कार्यक्रम में श्री एस0 सुधाकर (भा0व0से0), वन सरंक्षक, गया वन प्रमंडल, गया, श्री शशिकांत कुमार (भा0व0से0)वन प्रमंडल, गया वन प्रमंडल, श्रीमती, शुभलक्ष्मी ज्योति, सहायक वन संरक्षक, गया वन प्रमंडल, गया, वनक्षेत्रों के सीमांत रहने वालें भूकंपीय जाति एवं जनजाति समूह के लोग अन्य एवं अतिथी उपस्थित थे।

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       ved raj
 

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