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उत्साह और उमंग के साथ मताएं ने किये जितिया व्रत

उत्साह और उमंग के साथ मताएं ने किये जितिया व्रत Hazaribagh Jharkhand Hazaribagh जिले में जीवित्पुत्रिका (जितिया) का त्योहार बड़ी धूमधाम से...

उत्साह और उमंग के साथ मताएं ने किये जितिया व्रत


Hazaribagh Jharkhand


Hazaribagh जिले में जीवित्पुत्रिका (जितिया) का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने पूरे दिन निर्जला उपवास रखकर अपने संतानों की दीघार्यु के लिए भगवान जीतबाहन से मनोकामना की। महिलाओं ने अपने घरों में भगवान की पूजा-अर्चना की और कुछ स्थानों पर मंदिरों में भी पूजा की गई।

जितिया व्रत का महत्व

जितिया व्रत संतान की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन के लिए रखा जाता है। इस व्रत को करने से संतान की जिंदगी में दुःख, दर्द, और तकलीफ नहीं आती है। महिलाएं इस व्रत को बड़ी श्रद्धा और आस्था से करती हैं।

पूजा विधि

महिलाओं ने भगवान जीतबाहन की पूजा के लिए विशेष तैयारियां कीं। उन्होंने भगवान की मूर्ति या चित्र को स्थापित कर धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित किए। इस अवसर पर पुरोहित ने महिलाओं को भगवान जीतबाहन की कहानी सुनाई, जिसमें उनके त्याग और बलिदान की भावना को बताया गया।

जितिया व्रत की परंपरा

जितिया व्रत की शुरूआत नहाय-खाय से होती है, जिसमें महिलाएं स्नान करके शुद्ध भोजन करती हैं। इसके अगले दिन निर्जला व्रत रखा जाता है और तीसरे दिन व्रत का पारण किया जाता है। इस व्रत में महिलाओं को पूरे दिन बिना जल ग्रहण किए रहना होता है और रात्रि में चंद्रदर्शन के बाद भी व्रत नहीं खोला जाता है।

हजारीबाग बड़कागांव केरेडारी में जितिया व्रत का उत्साह

हजारीबाग जिले के बड़कागांव केरेडारी में भी जितिया व्रत का उत्साह देखते ही बनता था। महिलाएं सुबह से ही तैयारियों में जुट गईं और अपने संतानों की दीघार्यु के लिए भगवान जीतबाहन से प्रार्थना की। इस अवसर पर सामूहिक पूजा का आयोजन भी किया गया, जिसमें महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

ब्यूरो रिपोर्ट हजारीबाग
Ashok Banty Raj - 9835533100


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