* औरैया * * ध्रुव चरित्र की कथा का श्रवण कर श्रोता हुए भाव विभोर* अजीतमल औरैया। अजीतमल अटसू क्षेत्र के ग्राम पंचायत चांवरपुर में श्रीमद् भा...
*औरैया *
*ध्रुव चरित्र की कथा का श्रवण कर श्रोता हुए भाव विभोर*
अजीतमल औरैया। अजीतमल अटसू क्षेत्र के ग्राम पंचायत चांवरपुर में श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचिका पूज्य सुधा जी (साहित्याचार्य) के मुखार विंदु से श्रोताओ ने ध्रुव चरित्र और जड़ भरत की कथा का वर्णन किया। आचार्य जी द्वारा ध्रुव के चरित्र की कथा का वर्णन किया गया। जिसको सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए। कथा के दौरान श्रीकृष्ण भगवान की झांकी प्रमुख रूप से आकर्षण का केंद्र रही, सभी भक्त जनों ने झांकी के दर्शन व पूजन भी किया वही धार्मिक गीतों पर श्रद्धालु झूमने लगे और कथा सुनकर भाव-विभोर हो गए।

श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचिका द्वारा भगवान के चौबीस अवतारों, समुद्र मंथन, और भक्त प्रह्लाद की कथा का वर्णन किया जाता है। कथावाचिका विभिन्न कथाओं के माध्यम से ज्ञान और भक्ति के महत्व पर जोर देते हैं।कथावाचिका भगवान के चौबीस अवतारों की कथा सुनाते हैं, जो बताते हैं कि कैसे भगवान विभिन्न रूपों में प्रकट होते हैं और संसार का उद्धार करते हैं। वहीं समुद्र मंथन की कथा में, देवता और असुर मिलकर समुद्र को मंथन करते हैं, जिससे अमृत और अन्य कीमती चीजें प्राप्त होती हैं। यह कथा ज्ञान और भक्ति के महत्व पर प्रकाश डालती है। भक्त प्रह्लाद की कथा में भगवान का भक्त अपने पिता के अत्याचार के बावजूद भगवान की भक्ति में दृढ़ रहता है, साहस और भक्ति के महत्व को दर्शाती है। इसके अलावा कथा में जड़ भरत, विदुर, ध्रुव और अन्य भक्तों की कथाओं के साथ-साथ भगवान की लीलाओं का भी वर्णन किया जाता है।कथावाचिका श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन, कथावाचिका विभिन्न कथाओं के माध्यम से भगवान के प्रेम, शक्ति, और ज्ञान का वर्णन करते हैं, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलता है।

*जाको मारे सांइया मार सके न कोई कोई बेसहारा बच्ची को मिला माता-पिता का साया*
कोई बेसहारा बच्ची को मिला माता-पिता का साया औरैया के अजीतमल नगर के बाबरपुर में प्रिया ब्यूटी पार्लर पति पंकज राजपूत एक प्रोग्राम में गए हुए थे। वहां से लौटते वक्त बच्ची को रास्ते में पढ़ा हुआ पाया। जिसको उन्होंने उठा कर ले आए,और उसका इलाज करवाया फिर उन्होंने उस बच्ची को गोद ले लिया । पति-पत्नी में खुशी की लहर इस खुशी की घड़ी में पति-पत्नी ने श्रीमद् भागवत पंडाल में कथा वाचिका सुधा जी के द्वारा बच्ची का छठी का प्रोग्राम और नामकरण करवाया और भागवत पंडाल में बैठे श्रद्धालुओं ने प्रिया ब्यूटी पार्लर के पति पत्नी की बहुत ही सराहना की। और गांव के सभी ग्राम वासियों में खुशी की लहर जाग उठी। और श्रीमद् भागवत कथा पंडाल में सभी को प्रिया ब्यूटी पार्लर पति पत्नी के द्वारा मिष्ठान वितरण किया गया और ग्राम वासियों ने बच्ची को साआशीर्वाद प्रदान किया। और ब्यूटी पार्लर के पति-पत्नी की बहुत ही सराहना की। माता-पिता का साया दुनिया में अभी भी कहीं ना कहीं इंसानियत जिंदा है जिसको इन दोनों पति-पत्नी में इंसानियत जिंदा होने की मिसाइल काम की है । यह पति पत्नी बाबरपुर में अपना खुद का ब्यूटी पार्लर चलाते हैं। जिन्होंने एक मासूम की जिंदगी को बचा लिया और उसे खुशी खुशी गोद लिया। उसकी पूरे अजीतमल बाबरपुर और ग्राम वासियों में ब्यूटी पार्लर की बहुत ही सराहना की।
श्रीमदृ भागवत कथा के दौरान सभी ग्रामवासियों में खुशी की लहर और प्रिया ब्यूटी पार्लर के पति-पत्नी के द्वारा कथावाचिका पूज्य सुधा जी का फूल माला से सम्मान किया गया। कथा में परीक्षित राम विहारी सविता है। यज्ञपति कैलाश बाबू सविता कथा का समय दोपहर 2:00 से सायं 6:00 बजे है। कथा के आयोजक समस्त नगर वासी,भक्तगण एवं मित्रगण आदि लोग हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट
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