मैनपुरी रोड स्थित काल्पनिक बनारस नगरी में आयोजित तपकल्याणक उत्सव की शुरूआत प्रातः जिन अभिषेक तथा पूजन के साथ हुई। राजसभा में पिता अश्वसेन क...



मैनपुरी रोड स्थित काल्पनिक बनारस नगरी में आयोजित तपकल्याणक उत्सव की शुरूआत प्रातः जिन अभिषेक तथा पूजन के साथ हुई। राजसभा में पिता अश्वसेन के साथ बैठे राजकुमार पार्श्वनाथ को भेंट देने के लिए जैसे ही अयोध्या नरेश का राजदूत आया तो उन्हें अपने पूर्व के दस जन्मों का ज्ञान अनायास ही हो गया। पिछले भवों में कैसे उन्होंने आत्मकल्याण की भावना भायी थी, ये विचार मन में आते ही राजकुमार को वैराग्य हो गया और उन्होंने दिगम्बरी दीक्षा अंगीकार करने का ऐलान कर दिया । जैसे ही राजकुमार पार्श्वनाथ के मन में वैराग्य की धारा उमड़ी तो तुरंत ही स्वर्ग से लौकातिंक देवों आगमन हुआ और देवों ने उनका सम्मान किया।
इस दौरान कुबेर इन्द्र शैंकी जैन, समिति अध्यक्ष राकेश कुमार जैन, आशीष जैन आशू , वैभव जैन, अम्बुज जैन, कुमुद जैन, सौरभ जैन कुल्लू, डा. मयंक जैन, हर्षित शास्त्री, संजय शास्त्री, तन्मय शास्त्री, अंशुल जैन, आरसी जैन, प्रतीक जैन, प्रांजल जैन, दिव्यांश जैन, स्वर्णिम जैन, स्वप्निल जैन, अमन जैन, राजा जैन, गोल्डी जैन, सुबोध जैन, मनोज जैन, गौरव जैन मौजूद रहे।
report- Pradeep Saini
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