मां सावित्री बाई फुले जी की 194 वीं जयंती मनाई गई महोबा भारत की प्रथम महिला शिक्षिका,महान समाज सेविका एवं शिक्षा की देवी माता सावित्रीबाई ...
मां सावित्री बाई फुले जी की 194 वीं जयंती मनाई गईमहोबा भारत की प्रथम महिला शिक्षिका,महान समाज सेविका एवं शिक्षा की देवी माता सावित्रीबाई फुले की जयंती कार्यक्रम का आयोजन पाठशाला संचालक इन्द्र कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में किया गया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डायट प्रवक्ता जयराम कुटार रहे एवं विशिष्ट अतिथि राहुल यादव समाजसेवी,अनिल कुशवाहा पूर्व एबीवीपी प्रांत सह मंत्री रहे इस मौके पर डायट प्रवक्ता जयराम कुटार ने बताया कि देश में महिलाओं,बालिकाओं को शिक्षित करने शिक्षा के प्रति जागरूक करने में अहम भूमिका रही जिन्हें हम कभी नहीं भूल सकते शिक्षा की देवी माता सावित्री बाई फुले जी का जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र के नायगांव में हुआ था। एवं इनका निधन 10 मार्च 1897 को हुआ था। उन्होंने अपने पति महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर लड़कियों के लिए भारत का पहला स्कूल, 1 जनवरी,1848 को महाराष्ट्र के पुणे खोला था। वहीं एबीवीपी के पूर्व प्रांत सह मंत्री अनिल कुशवाहा ने बताया कि सावित्रीबाई फुले जी का प्रमुख योगदान उन्होंने छुआ-छूत, सतीप्रथा, बाल और विधवा विवाह निषेध के ख़िलाफ़ काम किया उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर लड़कियों की शिक्षा के लिए कुल 18 स्कूल खोले। उन्होंने महिलाओं को शिक्षित बनाने के लिए अपने समय और प्रयासों का समर्पित किया l उन्हें शिक्षा में उनके योगदान के लिए ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी द्वारा सम्मानित किया गया था। सावित्री बाई ने महिला सशक्तिकरण महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया जिनकी बदौलत आज हम सभी को शिक्षा मिला रही है इस अवसर पर पाठशाला संचालक इन्द्र कुमार कुशवाहा ने कहा कि मैं सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक सांस्कृतिक संगठनों से अनुरोध करता हूँ कि सावित्रीबाई फुले की जयंती को राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाए इस मौके पर रोहित गोस्वामी,पवन कुशवाहा ,अनिल प्रजापति,लोकेश रैकवार,नैतिक,नीलम खुशबू मुस्कान सहित छात्र छात्राएं बच्चे मौजूद रहे
जनपद महोबा बुन्देलखण्ड भगवती प्रसाद सोनी
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