खबर ग़ाज़ीपुर से है जहाँ 1993 में चुनाव के दौरान लगे आचार संहीता में बिहार के पूर्व सांसद पप्पू यादव गाजीपुर में प्रचार प्रसार के लिए आ रहे थ...
खबर ग़ाज़ीपुर से है जहाँ 1993 में चुनाव के दौरान लगे आचार संहीता में बिहार के पूर्व सांसद पप्पू यादव गाजीपुर में प्रचार प्रसार के लिए आ रहे थे और इस दौरान उन्होंने धरना प्रदर्शन किया था जिसको लेकर उस वक्त उन पर मुकदमा दर्ज हुआ था और यह मामला मोहम्दाबाद कोर्ट में चल रहा था लेकिन एमपी एमएलए कोर्ट बनने के बाद इनका मामला प्रयागराज एमपी एमएलए कोर्ट गया । फिर वहां से ट्रांसफर होकर गाजीपुर के सीजेएम कोर्ट में चल रहा है। जहां पर पप्पू यादव आज पेश हुए हैं और उनका चार्ज फ्रेम हुआ है और अगली सुनवाई के लिए तिथि भी घोषित की गई है।वहीं पेशी से वापस निकलने के बाद बिहार के पूर्व सांसद पप्पू यादव, बिहार में जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है । इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि धरना प्रदर्शन के दौरान यदि कुछ तोड़ते फोड़ते हैं तब समझ में आता है कि संपत्ति का नाश किए हैं जब आप विपक्ष में होते हैं तो सड़क पर धरना प्रदर्शन से लेकर हर वह कार्य करते हैं रोते भी है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक समय था जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सदन में फूट फूट कर रो रहे थे । वही पप्पू यादव ने अग्निवीर योजना पर भी सवाल उठाया कहा कि अग्निवीर में जब धरना प्रदर्शन हुआ 1,13000 जो सैनिक बनने के लिए सब कुछ पूरा कर चुके थे उनकी बहाली नहीं हुई और 2 सालों से उनका फिजिकल और मेडिकल करा लिया और अब फिर से परीक्षा देने का समय नहीं दे रहे हैं और अब आप कह रहे हैं कि जो 2 साल पहले दौड़े हैं उन्हें अग्निवीर में बहाल होना है एयर फोर्स के लोगों का मेडिकल फिजिकल और सब कुछ ले लिया आपने उन्हें रिजल्ट भी दे दिया और सभी ने अपने शादी के लिए 50 लाख रुपया तिलक ले लिया और अब आप कह रहे हैं कि अग्निवीर में ज्वाइन करो और जब हम आवाज उठाते हैं तो सीआरपीसी भी आप ही देखने वाले हैं। कोर्ट का सम्मान करना था इसलिए हम यहां पर आए थे इस दौरान बिहार के राजनीति पर नीतीश कुमार को पलटू राम कहा जा रहा है इस पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति का चरित्र वैश्या के चरित्र से भी गंदा है नतीजा इस देश के सारे कुकर्मों का झूठ के नीव पर है दिल्ली में एक झंडा पर एक कार्टून दारु दी जा रही थी यानी कि कुल मिलाकर हमारी देशभक्ति आप तय करोगे। हमारी देशभक्ति मुगल शंकराचार्य अंग्रेज नहीं तय कर सके मुगल 500 साल तक राज किया किसी को डर नहीं हुआ अंग्रेज रहे किसी को डर नहीं हुआ अंग्रेज इससे अच्छा था कि जो हमारे इकोनामी और हमारे मटेरियल हमारे साहित्य हमारे तहजीब हमारे कल्चर आदि को तोड़ने का काम नहीं किया।
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