झारखंड सरायकेला रिपोर्ट:बानेश्वर महतो 15वां जिला क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप 2025 का कुकड़ु में हुआ समापन,आयोजन में रही कई कमी, खामियां आयोजन...
झारखंड सरायकेला
रिपोर्ट:बानेश्वर महतो
15वां जिला क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप 2025 का कुकड़ु में हुआ समापन,आयोजन में रही कई कमी, खामियां
आयोजन में नहीं हुए समुचित व्यवस्था,कमी को लेकर विभाग से करेंगे बात : प्रखण्ड विकास पदाधिकारी कुकड़ु
सरायकेला/कुकड़ु: 27 नवंबर 2025 को तिरुलडीह शहीद चौक, कुकड़ू में आयोजित 15वां जिला स्तरीय क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप 2025 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो, प्रखंड विकास पदाधिकारी राजश्री ललिता बाखला सहित खेल संघ व क्लब के पदाधिकारी द्वारा फीता काट कर किया गया।
हालांकि, प्रतियोगिता में जिला भर के गिने चुने धावकों ने ही भाग ले पाया। पूरा आयोजन में देखा जाए तो लगभग 120 प्रतिभागियों ने ही भाग लिया।कहने को तो ये जिला स्तरीय आयोजन था परंतु वास्तव के प्रखंड विशेष के चहेते प्रतिभागियों को ही प्रतियोगिता में देखने को मिला। जब इस संबंध में आयोजन कमिटी से पूछा गया तो आयोजन कमिटी के सदस्य प्रेमाशिष महतो ने बताया कि उन्हें बीते 20 नवम्बर को खबर मिली थी और 1 दिसंबर तक चयनित धावकों का नाम पोर्टल में चढ़ाना था इस लिए आनन फानन में आयोजन किया गया और ठीक ढंग से प्रचार प्रसार नही किया जा सका। हालांकि इस डिजिटल जमाने में एक सप्ताह प्रचार प्रसार के लिए काफ़ी होता है। आयोजन कमिटी प्रचार प्रसार कर नही पाए या अपने गिने चुने धावकों को चयनित करने की मनसा से ऐसा किया गया ये तो आयोजन कमिटी को ही पता होगा। अगर सही ढंग से प्रचार प्रसार होता तो पूरे सरायकेला जिले के प्रतिभावान प्रतिभागियों को भी भाग लेने का मौका मिलता। प्रतियोगिता के समापन के बाद आयोजन प्रबंधन में मिली गंभीर खामियों को लेकर अभिभावकों और खिलाड़ियों में नाराजगी देखी गई। प्रतियोगिता में मेडिकल टीम की कोई व्यवस्था नही थी अगर किसी प्रतिभागी को कही कोई चोट लगती तो इसके इलाज के लिये कोई विकल्प व्यवस्था नही था। चयनित प्रतिभागियों को पुराना और संशोधित सर्टिफिकेट वितरण जिसमें अध्यक्ष का नाम गलत दर्ज पाया गया।
प्रखंड विकास पदाधिकारी कुकड़ु:
कार्यक्रम के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी राजश्री ललिता बाखला ने स्वयं कहा कि“मुझे भी इस आयोजन की सूचना सिर्फ एक दिन पूर्व मिली। मैं जिला खेल पदाधिकारी से बात करूंगी कि इस तरह का चूक कैसे हुआ और इस तरह का कमियां देखने को मिला।यह प्रशासनिक और प्रबंधन स्तर पर गंभीर त्रुटि है, और इसकी जांच व सुधार आवश्यक है।”
आगे उन्होंने कहा कि “बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, जिला खेलों में मेडिकल टीम और सही प्रमाण-पत्र अनिवार्य हैं। मैं सुनिश्चित करूंगी कि विभागीय स्तर पर बात रखकर सुधार कराया जाए।”
-खिलाड़ियों और अभिभावकों की चिंता
अभिभावकों का कहना था कि जिला स्तरीय खेल के लिए समय पर आधिकारिक सूचना, मेडिकल टीम की उपलब्धता, नए एवं प्रमाणिक सर्टिफिकेट वितरण जैसे मूलभूत मानकों का पालन जरूरी है, ताकि बच्चों की सुरक्षा और भविष्य के अवसर प्रभावित न हों।
आयोजन क्लब सदस्यों और स्वयंसेवकों के सहयोग से सम्पन्न जरूर हुआ, लेकिन खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया ने स्पष्ट किया कि जिला-स्तर के खेल आयोजनों में मानक प्रक्रियाओं और दस्तावेज़ीय शुद्धता पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता है।
प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के स्पष्टीकरण के बाद अब अभिभावकों की उम्मीद प्रशासन और जिला खेल विभाग पर टिकी हुई है कि जल्द त्रुटियों को सुधारकर जिम्मेदारी तय की जाएगी और भविष्य में ऐसी गलती दोबारा न हो।
No comments