*तालाबों का महत्व और समस्या* तालाबों का महत्व जल संचयन और जल संसाधनों के प्रबंधन में बहुत अधिक है। तालाबों के माध्यम से वर्षा जल को संचित क...

*तालाबों का महत्व और समस्या*
तालाबों का महत्व जल संचयन और जल संसाधनों के प्रबंधन में बहुत अधिक है। तालाबों के माध्यम से वर्षा जल को संचित किया जा सकता है और सूखे के समय इसका उपयोग किया जा सकता है।
*तालाबों की दुर्दशा*
तालाबों की दुर्दशा के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण हैं:
1. *अनदेखी और उपेक्षा*: तालाबों की अनदेखी और उपेक्षा के कारण वे फटे पड़े हुए हैं और उनका उपयोग नहीं हो पा रहा है।
2. *पानी की निकासी*: तालाबों से पानी की निकासी के कारण वे सूख जाते हैं और उनका जल स्तर कम हो जाता है।
3. *प्रदूषण*: तालाबों में प्रदूषण के कारण जल की गुणवत्ता खराब हो जाती है और इसका उपयोग नहीं हो पाता है।
*सरकार की भूमिका*
सरकार की भूमिका तालाबों के संरक्षण और प्रबंधन में बहुत महत्वपूर्ण है। सरकार तालाबों के जीर्णोद्धार और संरक्षण के लिए योजनाएं बना सकती है और उनके क्रियान्वयन के लिए धन आवंटित कर सकती है।
*समस्या का समाधान*
तालाबों की समस्या का समाधान करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
1. *तालाबों का जीर्णोद्धार*: तालाबों का जीर्णोद्धार करने से उनका जल संचयन क्षमता बढ़ सकती है।
2. *पानी की निकासी का प्रबंधन*: पानी की निकासी का प्रबंधन करने से तालाबों में जल का स्तर बना रह सकता है।
3. *प्रदूषण नियंत्रण*: प्रदूषण नियंत्रण के उपायों को अपनाकर तालाबों के जल की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है।
4. *अवैध कब्जा,* दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है स्थानीय राजस्व प्रशासन की उदासीनता का प्रमुख कारण है खास कर प्रयागराज में १८१ तालाब है जो शासन के आदेश के बावजूद अभी भी तलब पर अवैध कब्जा है।
*इन कदमों को उठाकर, तालाबों की समस्या का समाधान किया जा सकता है और जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन किया जा सकता है।*
संवाददाता *विजय कुमार मिश्रा*
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