* महाकुम्भ मेला प्रयागराज से आई सुंदर तस्वीरों में से ये भी एक है * महाकुंभ में कलयुग का श्रवण कुमार का रूप कितना अदभुत और अपने भारतीय समा...
*
महाकुम्भ मेला प्रयागराज से आई सुंदर तस्वीरों में से ये भी एक है *महाकुंभ में कलयुग का श्रवण कुमार का रूप
कितना अदभुत और अपने भारतीय समाज के लिए प्रेरणादायक दृश्य है
त्रिवेणी संगम में कुंभ मेला से ऐसी छवि आ रही है न, आँखें भीगा दें। 144 साल में बनें संयोग को कोई भी चूकना नहीं चाहता है!
इसलिए सबों की संगम में डुबकी लगा लेने की कोशिश है!
*अपने अम्मा को कंधे पर बैठाकर बहू दौड़ रही है, इस फोटो को देखकर यकायक श्रवण कुमार की कथा स्मरण हो जाती है,कि इस कलयुग के बदलते दौर में भी कैसे पुण्य लेने को सुंदर जुगलबंदी देखने को मिल रही है!!*
वरना तो ये वेस्टर्न कल्चर ने तो ऐसे ऐसे दृश्य दिखाए है कि बुजुर्गों को वृद्धाश्रम छोड़कर चले आते है। इसके पीछे बहू की अहम कारण होती है!
इस फोटो/दृश्य को देखकर आँखें नम हो जाएगी!
रिपोर्ट
विजय कुमार मिश्रा
No comments