डीएपी खाद की कमी से निपटने में सरकारी अमला पूरी तरीके से असफल रहा महोबा कुलपहाड़ सुबह 4:00 बजे से लाइन में लगे किसानों को एक बोरी खाद देक...
डीएपी खाद की कमी से निपटने में सरकारी अमला पूरी तरीके से असफल रहा महोबा कुलपहाड़ सुबह 4:00 बजे से लाइन में लगे किसानों को एक बोरी खाद देकर संतुष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है वही सहकारी समितियां में गोदाम खाली पड़े हुए हैं और बिचौलियों की बारह है जबकि अधिक जमीन वाले किसान परेशान हे कुछ किसान तरल डीएपी का उपयोग कर रहे हे
डीएपी खाद्य वितरण को लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह से भ्रमित है कोऑपरेटिव की समितियां और संघ में गोदाम खाली पड़े हुए हैं जबकि प्रशासन मनमाने रूप से जगह-जगह खाद बंटवाने में लगा हुआ है कुलपहाड़ में दो दिन एस के महाविद्यालय में खाद बाटने की बाद सोमवार को फायर ब्रिगेड मैदान में खाद बांटने की सूचना हुई सुबह 4:00 बजे से खाद के लिए किसानों की लाइन लग गई और उनके हिस्से में आई मात्र एक बोरी जिससे उनकी दो बीघा खेती की फसल की बुवाई हो पाएगी किसानो की माने तो सरकार किसानों के साथ मजाक कर रही है पूर्व ब्लाक प्रमुख राजेश चौबे का कहना है कि समितियां में किसानों को जमीन के हिसाब से खाद मिलती रही है लेकिन इस बार प्रशासन की नई नीति के कारण बिचौलियों की पो बारह है आधार कार्ड पर मिलने वाली खाद की एक बोरी से किसानों का भला नहीं होने वाला है
नायब तहसीलदार पंकज गौतम ने बताया कि डीएपी की 900 बोरियों प्राप्त हुई थी जिन्हें प्रत्येक किसान को आधार कार्ड के आधार पर एक-एक बोरी खाद दे दी गई फिलहाल सभी किसानों को थोड़ा-थोड़ा खाद देकर संतुष्ट किया जा रहा है
जनपद महोबा बुन्देलखण्ड भगवती प्रसाद सोनी
No comments