माता स्थान वन के वृक्षों का पूजन-अर्चन कर रक्षाबन्धन सह पर्यावरण मेला का आयोजन। वृक्षों का यह सुन्दर संसार, माँग रहा है मानव का प्यार। व...
माता स्थान वन के वृक्षों का पूजन-अर्चन कर रक्षाबन्धन सह पर्यावरण मेला का आयोजन।
वृक्षों का यह सुन्दर संसार, माँग रहा है मानव का प्यार। वन बचाओ प्रकृति की रक्षा, हर जीव की सुरक्षा हों : - पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव
केरेडारी
केरेडारी प्रखंड मुख्यालय से 10 किलोमीटर के दुरी पर क्षेत्र के प्रसिद्ध प्राचीन मां अष्टभुजी मंदिर कंडाबेर के परिसर में हर वर्ष के भांति इस वर्ष भी 18वीं वर्षगांठ के रूप में वृक्षों को रक्षाबंधन कर वन पर्यावरण जागरूकता अभियान के तहत 28 दिसम्बर 24 दिन शनिवार को भव्य मेला का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव शामिल हुवे, पूर्व मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हरा भरा वन को उजाड़ा जा रहा हैं। वन बचाने की जरूरत हैं। वन की जीव जन्तु नस्ट हों रहें हैं। एकत्रित हो कर वनों को देख भाल करना होगा। आगे यह भी कहा की इस बार अपने लोगो से ही भुल चूक हुवा हैं। इस बार चुनाव हारे हैं। मैदान नही हम तो आपके बिच एक सद्स्य हैं। जनता का हर समस्या का निदान के लिए आज भी क्षेत्र में लगे रहते हैं।
वही वरिष्ठ अतिथि जिला परिषद प्रतिनिधि निरंजन साव शामिल होकर वन बचाव को लेकर संबोधित किया। मेला आयोजन तथा मंच की अध्यक्षता पंचायत मुखिया दिनेश साव, एवं मंच संचालन झारखंड समाज विकाश परिषद के प्रबन्ध निदेशक जिवलाल प्रजापति ने किया।
कार्यक्रम के शुरुआत दीप प्रज्वलित कर किया गया, इस दौरान वन समिति अध्यक्ष हरि साव, डॉo खेमलाल महतो, कौलेश्वर यादव, सुरेश राम, अशोक बंटी राज, वीणा देवी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य डालो देवी, राजेश साव, रामचन्द्र साव, महेश पाठक, जागेश्वर कुमार मौजूद रहें। वही इस कार्यक्रम में कंडाबेर, बेलतु बारियातु, गुरगुटीया, पतरा खूर्द गांव की ग्रामीणों का सहयोग रहा। जिला जनसंपर्क कार्यालय हजारीबाग के द्वारा नुक्कड़ नाटक तथा स्कूली बच्चों के द्वारा वन बचाव कार्यक्रम के तहत जागरूकता अभियान चलाया गया। वही मुखिया दिनेश साव के द्वारा आए हुवे आस पास विद्यालय के प्रतियोगिता बच्चों को पुरस्कार देकर मंच में सम्मानित किया गया। वन सुरक्षा समिति एवं सुरेन्द्र सिंह टाटी झरिया (शिक्षक) के द्वारा वन अध्यक्ष हरि साव को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया।
वही विद्यालय में ज्ञान ज्योति विद्या मंदिर, चाणक्य सेंट्रल हाई स्कूल , ग्लोबल हाई स्कूल मध्य विद्यालय कंडाबेर, एवं बेलतू के छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में भाग लिए।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कब किया गया शुरुवात।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हैं कि देव रूप वृक्षों को बचाव अभियान में जीव जंतुओं को रक्षा करना जंगल को सुरक्षित रखना, विश्व के प्रकृति का जीवनदायी स्वरूप नष्ट हो रहा है। पर ऐसे ही विकराल समय में स्वयंसेवी पर्यावरण सुरक्षा समिति के तत्वाधान में कण्डाबेर, बेलतू, पतरा के ग्रामीणों ने 28 दिसम्बर 2006 को माता स्थान वन का दूधमटिया वन के तर्ज पर रक्षाबन्धन कर इसे सदा के लिए जीजान से बचाने का संकल्प लिया और तब से प्रतिवर्ष 28 दिसम्बर को माता वन का उल्लासपूर्वक पूजन-अर्चन तथा रक्षाबन्धन कर इसकी वर्षगाँठ मनाई जाती है।
कार्यक्रम में बेलतू मुखिया जितनी देवी, कंडाबेर पंचायत समिति सदस्य मंजू देवी, रीतलाल साव, लीला कुमारी, मालती देवी, चंचला देवी, रकेश मण्डल, सनोज कुमार, प्रदीप कुमार पुनिया देवी, टेकनी देवी, विफी देवी, बेंगिया देवी, हेमराज कुमार, करम साव, बिहारी साव, उषा देवी, पिंकी देवी, अंजली कुमारी, रिम्पा कुमारी सहित रक्षाबंधन पर्यावरण समिति के कई सदस्यों ने देव रूप वृक्षों को रक्षाबंधन कर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का शुरुआत प्रातः 6:00 बजे से संध्या 6:00 बजे संपन्न किया गया। और मंच पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर 2 मिनट का मौन धारण कर उनके आत्मा के शांति प्रदान की श्रद्धांजलि दी।
ब्यूरो रिपोर्ट हजारीबाग
Ashok Banty Raj - 9835533100
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