जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय जेपीएन अस्पताल परिसर, गया भारत सरकार की कॉमन रिव्यु मिशन टीम ने किया स्वास्थ्य कें...
जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय
जेपीएन अस्पताल परिसर, गया
भारत सरकार की कॉमन रिव्यु मिशन टीम ने किया स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण
मैटरनल डेश रिपोर्टिंग और घरों में होने वाले प्रसवों पर जानकारी हासिल की
टीम ने जेपीएन अस्पताल, यूपीएचसी व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का लिया जायज़ा
गया, 20 नवंबर: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की 16वीं कॉमन रिव्यू मिशन टीम जिला में स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण व मूल्यांकन के लिए तीन दिवसीय दौरे पर है। बुधवार को सीआरएम की आठ सदस्यी टीम ने जेपीएन सदर अस्पताल, प्रभावती अस्पताल, डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर सहित इकबाल नगर तथा कटारी हिल शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और यहां की स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं का जायज़ा लिया। इस दौरान टीम ने बाराचट्टी के भलुआ तथा डोभी के कुरमांवा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का भी निरीक्षण किया।
विभिन्न सेवाओं का किया गया मूल्यांकन:
डीपीएम स्वास्थ्य नीलेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की आठ सदस्यी 16वीं कॉमन रिव्यु टीम में डॉ गोविंद बंसल, डॉ मोनिका, डॉ अदिति, डॉ कैलाश सहित अन्य सदस्य शामिल है। मूल्यांकन कार्य में राज्य स्वास्थ्य समिति से डॉ बीके मिश्रा तथा निशांत कुमार सहित विमलेश, अमिताभ चौधरी तथा जिला स्तर से स्वास्थ्य विभाग के सभी वरीय पदाधिकारी तथा सहयोगी संस्थाओं युनिसेफ, पीएसआई तथा पिरामल फांउडेशन के प्रतिनिधि अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। बताया कि सीआरएम टीम ने जेपीएन सदर अस्पताल में विभिन्न विभागों का भ्रमण कर स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान टीम के सदस्यों ने अस्पताल के ओपीडी के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया। वहीं टीम ने प्रसव कक्ष, आॅपरेशन थियेटर, ब्लड बैंक, टीबी विभाग, जांच घर, दवाओं के भंडारण एवं रखरखाव सहित अन्य व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच की।
मैटरनल डेथ रिपोर्टिंग पर हुई चर्चा:
टीम के भ्रमण से पूर्व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग की गयी जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं तथा सुविधाओं के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी गयी। इस दौरान टीम के सदस्यों ने जिला में होम डिलेवरी पर जानकारी प्राप्त की और कहा कि आशाओं का अधिक से अधिक प्रशिक्षण हो और संस्थागत प्रसव की संख्या को बढ़ाने की दिशा में बेहतर काम किया जाये। टीम ने घरों पर प्रसव कराये जाने वाले किस समुदाय से अधिक हैं और उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति क्या है और घरों में प्रसव कराये जाने को लेकर चुनौतियों जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही मातृ मृत्यु दर को लेकर किस प्रकार से रिपोर्टिंग की जा रही है इसे भी जाना। टीम ने टीकाकरण, किशोर स्वास्थ्य, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम सहित अन्य बिंदुओं पर भी विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मूल्यांकन कार्य के लिए टीम टिकारी टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल सहित मउ अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, लखीबाग तथा मलया हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का भी निरीक्षण करेगी। टीम बांकेबाजार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सगडीहा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी जायेगी।
मूल्यांकन से आया है गुणवत्तापूर्ण सुधार:
सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि कहा कि मूल्यांकन कार्य से जिला में स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद करायी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं तथा सुविधाओं में गुणवत्तापूर्ण सुधार आया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, स्वास्थ्य संस्थानों पर दक्ष स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा प्रसव, गर्भवती तथा शिशु का टीकाकरण, स्वास्थ्य संस्थानों पर प्रसव पश्चात देखभाल सेवाएं, परिवार नियोजन सेवाएं, सामान्य तथा संक्रामक व गैर संचारी रोग के इलाज व जांच की सुविधाएं व्यापक हुईं हैं।
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Sushma Kumari
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