आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया श्री प्रेम सिंह मीणा द्वारा आज PMSSY (Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana) अंतर्गत सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में ...
आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया श्री प्रेम सिंह मीणा द्वारा आज PMSSY (Pradhan Mantri Swasthya Suraksha Yojana) अंतर्गत सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में सात अतिविशिष्ट विभाग न्यूरोसर्जरी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, नियोनेटोलॉजी, यूरोलॉजी, सी०टी०वी०एस०, कार्डियोलॉजी में से दो विभाग यूरोलॉजी एवं न्यूरोसर्जरी के इन्डोर एवं OT (Operation Theatre) का शुभारम्भ किया गया, जिससे आमजन जो इस कार्य के लिए पटना जाते थे पटना नहीं जाना पडेगा।
➤ CSSD (Central Sterilization Service Department) एवं अस्पताल अति महत्वपूर्ण अंग है, जिससे किसी भी शल्य कार्य में उपयोग होने वाले Instruments को Sterilize किया जायेगा। यह Advanced Technology पर आधारित है। इस चिकित्सा संस्थान में अव्यवस्थित सभी शल्य कक्ष के Instruments को Sterilize किया जायेगा।
> इस सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी आधारित आठ शल्य कक्ष का निर्माण किया गया है, जिसमें कार्यरत चिकित्सकों के द्वारा भर्ती मरीज जिन्हें शल्य क्रिया की जरूरत होगी उन्हें सुविधा दी जायेगी।
➤ AMRIT PHARMACY (Affordable Medicine & Reliable Implants for Treatment) Ministry of Health & Family Welfare (MOHFW) भारत सरकार की अति महत्वपूर्ण Innovative कार्य है। इसके तहत 5200 Drugs, Implants, Surgical dispable & other Consumables 60% Discount पर दिया जायेगा।
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में आज दीदी की रसोई और सफाई व्यवस्था का शुभारंभ किया गया। इससे 251 लोगों को जीविकोपार्जन का साधन मिला, जिसमें में 210 को जीविका दीदियों को सफाई एवं 30 को रसोई के कार्य से जोड़ा गया।
इस अवसर पर अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. के.के. सिन्हा ने जीविका दीदियों द्वारा तैयार भोजन की सराहना की।
जिला परियोजना प्रबंधक, श्री आचार्य मम्मट, ने भोजन और सफाई व्यवस्था में लगी जीविका दीदियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, "आप पूरी निष्ठा और लगन से अपनी जिम्मेदारी निभाएं।" इस अवसर पर जिला एवं प्रखंड जीविका टीम भी उपस्थित थी।
बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) द्वारा संचालित दीदी की रसोई एक महिला सामुदायिक संगठन-आधारित पहल है। इसका उद्देश्य अस्पतालों और अन्य संस्थानों में स्वच्छ और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराना है, साथ ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है।
गया जिले में पहले से ही दीदी की रसोई के माध्यम से पाँच अस्पतालों और सभी 14 डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालयों में बच्चों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
मगध मेडिकल कॉलेज में दीदी की रसोई के आरंभ के साथ, अस्पतालों में इसकी संख्या अब छह हो गई है। पहले से यह सुविधा सदर अस्पताल (मानपुर), अनुमंडल अस्पताल (शेरघाटी), अनुमंडल अस्पताल (टेकारी), प्रभावती अस्पताल (गया टाउन), और गौतम बुद्ध कुष्ठ आश्रम में उपलब्ध है।
यह पहल न केवल बेहतर स्वच्छता और गुणवत्तापूर्ण भोजन सुनिश्चित करती है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके आर्थिक उत्थान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
report
Ved Raj
No comments