विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालय के बोटेनिकल गार्डन में पौधारोपण के साथ संपन्न हुआ। हजारीबाग झारखंड Ashok Banty Raj विभावि के वनस्पति...
विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालय के बोटेनिकल गार्डन में पौधारोपण के साथ संपन्न हुआ।
हजारीबाग झारखंड
Ashok Banty Raj
विभावि के वनस्पति विज्ञान विभाग में मनाई जा रहे दीक्षा आरंभ कार्यक्रम के पांचवे एवं अंतिम दिन के पहले सत्र में नए विद्यार्थियों को कार्यकलाप दिया गया। जिसमें उन्हें इन पाँच दिनों में उस व्यक्ति के बारे में लिखने को कहा गया जिसके व्यक्तित्व ने उन्हें सबसे अधिक प्रभावित किया हो। अगले सत्र में विभावि के एम.एड. विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ अमिता कुमारी ने विद्यार्थियों से परिचय प्राप्त करते हुए नैतिक मूल्य का महत्व एपिस्टमोलॉजी, मेटाफिजिक्स और एक्सियोलॉजी जैसे दार्शनिक मूल्यों के द्वारा समझाया एवं धर्म तथा विज्ञान में सामंजस्य बनाए रखने की बात कही। साथ ही उन्होंने सकारात्मकता को अपने जीवन में आत्मसात करने की बात कही। तदपश्चात अगले सत्र में विभावी के एम.एड. विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर मृत्युंजय प्रसाद ने अपने वक्तव्य में मनुष्य का चारित्रिक विश्लेषण करते हुए, मन के विकारों को दूर कर विद्यार्थियों को एक सुंदर चरित्र निर्माण करने की प्रेरणा दी। उन्होंने बतलाया की भगवान श्री राम के चरित्र से हम क्या करना है वो सीखना चाहिए और श्री कृष्ण के चरित्र से हमें क्या नहीं करना है वो सीखना आवश्यक हैं। भोजनावकाश के उपरांत तीसरे सत्र में दैनिक भास्कर अखबार के संवाददाता और एक अच्छे पर्यावरणविद श्री मुरारी सिंह ने विद्यार्थियों को पर्यावरण और उसके संरक्षण से जुड़ी बहुत महत्वपूर्ण बातें बताई, साथ ही साथ उन्होंने पावर पॉइंट के माध्यम से कंजरवेशन ऑफ स्नेक फौना ऑफ झारखंड को बड़े सरल ढंग से बच्चों को समझाया। जिसमे उन्होंने विद्यार्थियों को विषैले और अविषैले सांपों को पहचानने का अंतर और सांप के कटने पर किए जाने वाले प्राथमिक उपचारों के विषय में भी जानकारी दी। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालय के बोटेनिकल गार्डन में पौधारोपण के साथ संपन्न हुआ। इसके साथ ही कल संपन्न हुए पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रहे विकाश कुमार, द्वितीय में रानी और अनुपमा एवं तृतीय स्थान पर रही सीमा को विभागाध्यक द्वारा पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।
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